मोबाइल फटने से एक और मौत हो गई है. इस बार उत्तर प्रदेश के बरेली में मोबाइल फटने से मासूम बच्ची की जा
मोबाइल फटने से एक और मौत हो गई है. इस बार उत्तर प्रदेश के बरेली में मोबाइल फटने से मासूम बच्ची की जान चली गई. इस घटना को लेकर कहा गया है कि मोबाइल चार्जिंग के वक्त ये हादसा हुआ. चार्जिंग के दौरान मोबाइल ज्यादा गर्म हो गया और फट गया.परिवार वालों ने बताया कि मोबाइल को सोलर पैनल के जरिए चार्ज किया जा रहा था. इस दौरान मोबाइल ज्यादा हीट हो गया है और फट गया. उससे से निकली चिंगारी से बगल में बैठी 8 माह की बच्ची झुलस गई. जिसके बाद उसे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया. लेकिन,केबादफटाइसकंपनीकामोबाइलमाहकीबच्चीकीमौतचार्जिंगकेवक्तहुआहादसा उसकी जान नहीं बचाई जा सकी.मृतक नेहा के पिता सुनील मेहनत मजदूरी करके अपना परिवार का पालन पोषण करते है. कुछ समय पहले उन्होंने लावा कंपनी का मोबाइल खरीदा था. लेकिन, बिजली की समस्या होने की वजह से फोन चार्ज नहीं हो पाता था. जिस वजह से वो सोलर पैनल खरीद कर मोबाइल चार्ज करने के लिए उसका यूज करते थे. जिसके बाद ये हादसा हो गया.मोबाइल फटने का ये पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी चार्जिंग के दौरान कई फोन के फटने की खबरें आती रहती हैं. हाल ही में एक यूट्यूबर ने आरोप लगाया था किके फटने से उनकी आंटी की मौत हो गई थी.उन्होंने बताया कि जब उनकी आंटी सो रही थी तो फोन तकिये के पास रखा हुआ था. अचानक वो ब्लास्ट हो गया. जिस वजह से उनकी आंटी की मौत हो गई. इसके बारे में उन्होंने ट्विटर पर लिखकर कंपनी से जवाब मांगा.कंपनी ने भी इस मामले को लेकर कहा कि वो मामले की जांच कर रही है. इस दौरान वो परिवार वालों की हर जरूरी मदद उपलब्ध करवाएंगे. इससे पहले भी कई बार मोबाइल फटने की खबर आई है जिसमें लोग बुरी तरीके से घायल हो गए.इस हादसे को लेकर बताया गया है कि पिता ने कुछ समय पहले ही लावा कंपनी का मोबाइल फोन लिया था. बिजली की समस्या होने की वजह से फोन चार्ज नहीं पाता था. जिसके लिए वजह से बाजार से सोलर पैनल खरीदा गया था और ये हादसा हो गया.जिसमें उनकी 8 माह की बेटी नेहा गंभीर रूप से झुलस गई. उसे उपचार के लिए बरेली के जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां जिला अस्पताल की डॉक्टर की टीम ने नेहा को बचाने के लिए उपचार किया. लेकिन बुरी तरीके से जली नेहा की उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.धमाके के बाद परिवार के सदस्य कुछ समझ पाते तब तक उनकी बेटी बुरी तरीके से जल चुकी थी । बच्ची के रोने की आवाज सुनकर सभी उसे बचाने को दौड़े. लेकिन तब तक उसकी पूरी पीठ और दोनों हाथ बुरी तरह से झुलस चुकी थी.पीड़ित की मां कुसुम ने बताया कि जब बिस्तर में आग लगी, उस वक्त वह बाहर कपड़े धो रही थी. उसके चीखने की आवाज पर दौड़कर वहां पहुंची। यदि पहले से इस बात का अंदेशा होता तो बेटी को वहां कभी नहीं सुलाती.मृत बच्ची के पिता सुनील ने बताया कि 6 महीने पहले ही मोबाइल फोन फरीदपुर केक मार्केट से खरीदा था. वो अब कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे.स्मार्टफोन्स में Lithium Ion बैटरी का यूज किया जाता है. स्मार्टफोन फटने की सबसे बड़ी वजह इसकी बैटरी ही होती है. कई बार एक्स्टर्नल फोर्स की वजह से बैटरी फट जाती है तो कई बार डिफेक्टिव युनिट की वजह से भी ऐसा होता है. चार्जिंग के दौरान कुछ गलतियों की वजह से भी बैटरी फट सकती है.कंपनियां आम तौर पर स्मार्टफोन फटने पर कस्टमर्स को ही जिम्मेदार ठहराते हैं. क्योंकि उनका ये कहना होता है कि कस्टमर ने ओरिजनल चार्जर यूज नहीं किया था. वैसे बैटरी के लिए हीट सबसे बड़ा दुश्मन है. ओवरहीटिंग की वजह से भी स्मार्टफोन की बैटरी फटती है.स्मार्टफोन की बैटरी ना फटे इसके लिए आपको कुछ बातें ध्यान में रखनी होगी. चार्जिंग के दौरान कुछ बातों का ध्यान रख कर भी आप स्मार्टफोन को फटने से बचा सकते हैं.